इस कंपनी के 5G स्मार्टफोन्स की धूम! 1 करोड़ से ज़्यादा फोन बेच कर नंबर 1 पर बनाई जगह

इस कंपनी के 5G स्मार्टफोन्स की धूम! 1 करोड़ से ज़्यादा फोन बेच कर नंबर 1 पर बनाई जगह

जानें कौन सी है वह कंपनी जो सेल के 1.5 करोड़ के आंकड़े के साथ 5G मार्केट में सबको पीछे छोड़ पहले नंबर पर पहुंच गई है.

इस कंपनी के 5G स्मार्टफोन्स की धूम! 1 करोड़ से ज़्यादा फोन बेच कर नंबर 1 पर बनाई जगह

हुवावे (Huawei) ने हाल ही में हुए अपने ग्लोबल एनालिस्ट समिट 2020 में अपनी सेल को लेकर चौकाने वाला खुलासा किया है. कंपनी के VP ने इवेंट के दौरान 5G सेक्टर में अपनी पकड़ के बारें में बताते हुए जानकारी दी कि वह अभी 15 मिलियन यानी डेढ़ करोड़ स्मार्टफोन्स (1.5 crore phone sale) सेल कर चुकी है. साथ ही बताया गया कि इस आंकड़े के साथ कंपनी चीन के 5G मार्केट में सबको पीछे छोड़ पहले नंबर पर पहुंच गई है. जानकारी के लिए बता दें कि चीन की 5G मार्केट के 55.4 फीसदी हिस्से पर हुवावे का कब्जा है.

हुवावे अब तक 19 से ज्यादा 5G फोन लॉन्च कर चुकी है, जिनकी कीमत 2000 युआन (21,317 रुपये) और 16,000 युआन (1,70,552 रुपये) के बीच है.


अमेरिका ने हुवावे पर बढ़ाई पाबंदी


हुवावे के खिलाफ अमेरिका की ताजा कार्रवाई के लपेटे में भारत की उसकी अनुषंगी इकाई भी आ गई है. अमेरिका ने हुवावे पर पाबंदी बढ़ा दी है ताकि वह अमेरिका के साथ कारोबर न कर सके. ट्रंप सरकार का मानना है कि चीन का नेतृत्व 5जी प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों के लिए चर्चित इस कंपनी का इस्तेमाल अपने सामरिक उद्येश्यों के लिए कर रहा है.

अमेरिकी संघीय पंजिका में मंगलवार को जारी एक अधिसूचना में हुवावे और अमेरिका से बाहर की उसकी अनुषंगी कंपनियों को प्रतिबंधित सूची में रखा गया है. अमेरिकी प्रशासन ने कहा है कि इन इकाइयों की गतिविधियों से अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और उसकी विदेश नीति के लिए बड़ा खतरा है.


इन कंपनियों की सूची में हुवावे टेक्नॉलॉजीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का नाम भी है. अमेरिकी विदेश विभाग ने पिछल हफ्ते एक बयान में कहा था, ‘हुवावे अविश्वसनीय विनिर्माण कंपनी है. ये चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी का हथियार है और उसके संकेत पर चलती है.' ट्रंप प्रशासन का कहना है कि हुवावे के साथ सुरक्षा जोखिम जुड़े हुए हैं, जिससे कंपनी ने इनकार किया है. हुवावे अगली पीढ़ी के दूरसंचार नेटवर्क के लिए अपनी तकनीक यूरोपीय और अन्य सहयोगियों को बेचने की कोशिश कर रही है.

दूसरी ओर चीन ने अमेरिका पर आरोप लगाया है कि उसने अमेरिकी टेक कंपनियों के लिए बड़ी प्रतिस्पर्धा को रोकने के लिए सुरक्षा का खोखला मुद्दा खड़ा किया है. वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस ने शुक्रवार को कहा कि वाशिंगटन चाहता है कि हुवावे विदेश में भी उन प्रतिबंधों से बच न सके, जो उस पर अमेरिकी तकनीक के इस्तेमाल से सेमीकंडक्टर को डिजाइन करने और उनका उत्पादन करने से रोकने के लिए लगाए गए हैं. विदेश मंत्रालय ने पिछले हफ्ते एक बयान में कहा था कि हुवावे एक अविश्वसनीय विक्रेता और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का एक उपकरण है.

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