जेठालाल बनने से पहले सालभर घर बैठे थे दिलीप जोशी, नहीं था कोई काम
टीवी धारावाहिक 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Tarak mehta ka ooltah chashma,)' में आज जेठालाल (Jethalal) बनकर लोगों के दिलों पर राज करने वाले दिलीप जोशी को कभी थिएटर में 7-8 मिनट तक सिर्फ स्टैच्यू बनकर खड़ा रहना पड़ा था.
1/ 7
तारक मेहता का उल्टा चश्मा...जैसी ही इस टीवी शो की धुन सुनाई देती है सामने आ जाता है जेठालाल का चेहरा. इन्हीं जेठालाल यानी दिलीप जोशी का आज जन्मदिन है. इस मौके पर जानते हैं आपके प्यारे जेठालाल की असली जिंदगी की कहानी-
2/ 7
मूल रूप से जेठालाल यानी दिलीप जोशी गुजरात के पोरबंदर से 10 किमी आगे बसे गोसा गांव के हैं. दिलीप जोशी शादीशुदा हैं और उनके दो बच्चे हैं. एक बेटा और एक बेटी. वह अपने परिवार के साथ मुंबई में रहते हैं.
3/ 7
उन्होंने 12 साल की उम्र से थियेटर में काम करना शुरू कर दिया था. उन्हें पहला रोल एक स्टैच्यू का मिला था. एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि वह उस नाटक में 7-8 मिनट तक सिर्फ स्टैच्यू बनकर खड़े रहे थे.
4/ 7
उन्हें दो बार इंडियन नेशनल थियेटर अवॉर्ड्स में बेस्ट एक्टर का पुरस्कार भी मिल चुका है. पहली बार उन्हें टेलीविजन पर ब्रेक मिला था हम पंछी एक डाल के शो से. इसके बाद वह नजर आए जीटीवी के शो जरा हटके में.
5/ 7
करियर की गाड़ी आगे बढ़ी तो दिलीप जोशी को फिल्मों में भी काम मिला. उन्होंने हम आपके हैं कौन, फिर भी दिल है हिंदुस्तानी, खिलाड़ी 420, वन टू का फोर और दिल है तुम्हारा जैसी फिल्मों में काम किया है.
6/ 7
तारक मेहता का उल्टा चश्मा में जेठालाल का रोल मिलने से पहले एक साल तक दिलीप जोशी के पास कोई काम नहीं था. खुद उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था- फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में कुछ भी निश्चित नहीं है. आप बेशक कितने ही बड़े स्टार क्यों ना हो जाएं, जब तक काम है आप तभी तक टिके रह सकते हैं.
0 Comments