कराची के घरों पर आसमान से बरसीं थीं लाशें, प्लेन की इमरजेंसी एग्जिट से कूदे थे कई लोग
कराची (Karachi Plane Crash) के रहने वाले राजा के मुताबिक वे मार्केट से कुछ सामान लेकर अपनी गाड़ी में लौट ही रहे थे कि एक जिंदा आदमी आसमान से उनकी गाड़ी पर आकर गिर गया.

कराची. पाकिस्तान (Pakistan) में शुक्रवार को हुआ विमान हादसे (PIA Plane Crash) में 97 लोगों की मौत हो गयी है. मिली जानकारी के मुताबिक इस विमान में कुल 99 लोग सवार थे जिनमें से सिर्फ 2 लोग ही जीवित बच पाए हैं. ये विमान लैंड कर रहा था और रनवे से कुछ सौ फीट की दूरी पर तकनीकी दिक्कतों के चलते ये कराची शहर के एक रिहायशी इलाके में क्रैश हो गया. कराची (Karachi Plane Crash) में जहां ये विमान क्रैश हुआ वहां के लोगों ने घटना का आंखों देखा हाल सुनाया जो कि काफी डराने वाला है.
राजा अहमद उन लोगों में से हैं जो कराची के उसी इलाके में रहते हैं और जिनके घर इस क्रैश की चपेट में आ गए हैं. न्यूज़ एजेंसी एएफपी से बातचीत में राजा ने बताया कि एयरपोर्ट के नजदीक घर होने के चलते कई बार हवाई जहाज कम ऊंचाई से उड़ते हैं लेकिन शुक्रवार दोपहर अचानक से एक प्लेन की आवाज़ नज़दीक आती गयी और लगा कि घर के बाहर कोई धमाका हुआ है. राजा के मुताबिक वे मार्केट से कुछ सामान लेकर अपनी गाड़ी में लौट ही रहे थे कि एक जिंदा आदमी आसमान से उनकी गाड़ी पर आकर गिर गया.
जब गिरा तो जिंदा था आदमी
राजा ने बताया कि जब वह आदमी गिरा था तो जिंदा था और मदद ई गुहार लगा रहा था, हम लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन प्लेन में हुए धमाके से पूरे इलाके में धुंआ भर गया था. राजा के मुताबिक ये शख्स प्लेन की इमरजेंसी एग्जिट से कूदने की कोशिश कर रहा था लकिन दरवाजे में ही फंसा रह गया था. उसका पैर बुरी तरह टूटे हुए दरवाजे में ही फंसा हुआ था. हमने मदद करने की कोशिश की लेकिन वह बुरी तरह से घायल था.
अन्य प्रत्यदर्शियों ने बताया कि कुछ लोग प्लेन की तेज आवाज़ सुनकर घरों से बहार निकल आए थे और कुछ पहले से ही बाहर थे. इन पर ये प्लेन सीधा क्रैश हो गया और इनमें से करीब 30 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. इनमें से ज्यादातर को विस्फोट में जलने से नुकसान पहुंचा है. प्लेन में हुए धमाके से इलाके के कुछ घरों में आग भी लग गयी थी. इलाके में रहने वाले बताते हैं कि बचाव दल के पहुंचने से पहले ही आस -पास के लोगों ने पाइप के जरिए आग बुझाने का कम शुरू कर दिया था.
पहले से ही ख़राब था विमान?
पाकिस्तानी मीडिया में इस तरह की ख़बरें भी आ रहीं हैं कि विमान में खराबी आने के बावजूद भी उसे लैंड करने की इजाजत दी गयी थी. कुछ रिपोर्ट्स में विमान की फिटनेस पर भी सवाल उठाए गए हैं. बता दें कि मलिक ने उन खबरों को खारिज किया कि विमान में उड़ान से पहले भी गड़बड़ी थी. उन्होंने कहा, 'दुर्घटना के असली कारण का पता जांच के बाद चलेगा जो स्वतंत्र व निष्पक्ष होगी तथा मीडिया को उपलब्ध कराई जाएगी.' उन्होंने कहा कि कुछ घरों को नुकसान हुआ है लेकिन कोई भी ढहा नहीं है. अब तक जमीन पर किसी की मौत की खबर नहीं है.
मलिक ने कहा कि समूचे अभियान में दो-तीन दिन लगेगा. पाकिस्तान के दुनिया न्यूज ने कहा कि उसने पायलट और एटीसी की बातचीत की रिकॉर्डिंग हासिल की है. इसमें पायलट कहता सुनाई दे रहा है, 'दो इंजन खो दिये हैं.' कुछ सेकंड बाद उसने कहा, 'मेडे, मेडे, मेडे' और इसके बाद कोई संपर्क नहीं हुआ.
मरने वालों में 31 महिलाएं और 9 बच्चे
पीआईए के प्रवक्ता अब्दुल्ला हफीज ने कहा कि विमान का स्थानीय समय के मुताबिक अपराह्न दो बजकर 37 मिनट पर हवाईअड्डे से संपर्क टूट गया था और अभी विमान में आई किसी तकनीकी गड़बड़ी के बारे में कुछ भी कहना बेहद जल्दबाजी होगा. उन्होंने कहा कि यात्रियों में 31 महिलाएं और नौ बच्चे थे. पीआईए का विमान कैप्टन सज्जाद गुल उड़ा रहे थे. इस कालोनी के रहने वाले एक व्यक्ति ने एआरवाई न्यूज चैनल को बताया कि विमान के पंखों में आग लगी थी जो दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले कुछ घरों की छतों से टकराया.
राजा अहमद उन लोगों में से हैं जो कराची के उसी इलाके में रहते हैं और जिनके घर इस क्रैश की चपेट में आ गए हैं. न्यूज़ एजेंसी एएफपी से बातचीत में राजा ने बताया कि एयरपोर्ट के नजदीक घर होने के चलते कई बार हवाई जहाज कम ऊंचाई से उड़ते हैं लेकिन शुक्रवार दोपहर अचानक से एक प्लेन की आवाज़ नज़दीक आती गयी और लगा कि घर के बाहर कोई धमाका हुआ है. राजा के मुताबिक वे मार्केट से कुछ सामान लेकर अपनी गाड़ी में लौट ही रहे थे कि एक जिंदा आदमी आसमान से उनकी गाड़ी पर आकर गिर गया.
जब गिरा तो जिंदा था आदमी
राजा ने बताया कि जब वह आदमी गिरा था तो जिंदा था और मदद ई गुहार लगा रहा था, हम लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन प्लेन में हुए धमाके से पूरे इलाके में धुंआ भर गया था. राजा के मुताबिक ये शख्स प्लेन की इमरजेंसी एग्जिट से कूदने की कोशिश कर रहा था लकिन दरवाजे में ही फंसा रह गया था. उसका पैर बुरी तरह टूटे हुए दरवाजे में ही फंसा हुआ था. हमने मदद करने की कोशिश की लेकिन वह बुरी तरह से घायल था.
अन्य प्रत्यदर्शियों ने बताया कि कुछ लोग प्लेन की तेज आवाज़ सुनकर घरों से बहार निकल आए थे और कुछ पहले से ही बाहर थे. इन पर ये प्लेन सीधा क्रैश हो गया और इनमें से करीब 30 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. इनमें से ज्यादातर को विस्फोट में जलने से नुकसान पहुंचा है. प्लेन में हुए धमाके से इलाके के कुछ घरों में आग भी लग गयी थी. इलाके में रहने वाले बताते हैं कि बचाव दल के पहुंचने से पहले ही आस -पास के लोगों ने पाइप के जरिए आग बुझाने का कम शुरू कर दिया था.
पहले से ही ख़राब था विमान?
पाकिस्तानी मीडिया में इस तरह की ख़बरें भी आ रहीं हैं कि विमान में खराबी आने के बावजूद भी उसे लैंड करने की इजाजत दी गयी थी. कुछ रिपोर्ट्स में विमान की फिटनेस पर भी सवाल उठाए गए हैं. बता दें कि मलिक ने उन खबरों को खारिज किया कि विमान में उड़ान से पहले भी गड़बड़ी थी. उन्होंने कहा, 'दुर्घटना के असली कारण का पता जांच के बाद चलेगा जो स्वतंत्र व निष्पक्ष होगी तथा मीडिया को उपलब्ध कराई जाएगी.' उन्होंने कहा कि कुछ घरों को नुकसान हुआ है लेकिन कोई भी ढहा नहीं है. अब तक जमीन पर किसी की मौत की खबर नहीं है.
मलिक ने कहा कि समूचे अभियान में दो-तीन दिन लगेगा. पाकिस्तान के दुनिया न्यूज ने कहा कि उसने पायलट और एटीसी की बातचीत की रिकॉर्डिंग हासिल की है. इसमें पायलट कहता सुनाई दे रहा है, 'दो इंजन खो दिये हैं.' कुछ सेकंड बाद उसने कहा, 'मेडे, मेडे, मेडे' और इसके बाद कोई संपर्क नहीं हुआ.
मरने वालों में 31 महिलाएं और 9 बच्चे
पीआईए के प्रवक्ता अब्दुल्ला हफीज ने कहा कि विमान का स्थानीय समय के मुताबिक अपराह्न दो बजकर 37 मिनट पर हवाईअड्डे से संपर्क टूट गया था और अभी विमान में आई किसी तकनीकी गड़बड़ी के बारे में कुछ भी कहना बेहद जल्दबाजी होगा. उन्होंने कहा कि यात्रियों में 31 महिलाएं और नौ बच्चे थे. पीआईए का विमान कैप्टन सज्जाद गुल उड़ा रहे थे. इस कालोनी के रहने वाले एक व्यक्ति ने एआरवाई न्यूज चैनल को बताया कि विमान के पंखों में आग लगी थी जो दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले कुछ घरों की छतों से टकराया.
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