लॉकडाउन से इस सेक्टर को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान, सरकार ने दी जानकारी
सरकार (Government of India) ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर (Manufacturing Sector of India) पर सबसे ज्यादा असर हुआ है. साथ ही, सप्लाई चेन भी बुरी तरह प्रभावित हुई है.

नई दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister of India Rajnath Singh) ने गुरुवार को कहा है कि लॉकडाउन की वजह से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर (Manufacturing Sector of India) पर सबसे ज्यादा असर हुआ है. साथ ही, सप्लाई चेन भी बुरी तरह प्रभावित हुई है. ऐसे में डिफेंस सेक्टर पर भी असर होना लाजमी है. डिफेंस सेक्टर को अन्य क्षेत्रों की तुलना में अधिक दबाव का सामना करना पड़ा है.
मैन्युफक्चरिंग में रिकॉर्ड गिरावट-लॉकडाउन में सख्ती थी जिसकी वजह से इंडस्ट्रियल गतिविधियां लगभग ठप पड़ी थीं. इस वजह से अप्रैल महीने के दौरान भारत की मैन्युफक्चरिंग गतिविधि रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गई. सोमवार को जारी निक्केई आईएचएस मार्किट सर्वे में यह बात सामने आई है.
अप्रैल महीने के लिए आईएचएस मार्किट द्वारा जारी परचेजिंग मैनेजर इंडेक्स (पीएमआई) लुढ़ककर महज 27.4 रह गया. आईएचएस मार्किट हर महीने मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर के आंकड़े जारी करता है. इस सूचकांक का 50 से ऊपर रहना वृद्धि और इससे नीचे रहना गिरावट को दर्शाता है, जबकि 50 पर होना स्थिरता दिखाता है. यानी मैन्युफैक्चरिंग गतिविधि में भारी गिरावट आई है.
मैन्युफक्चरिंग में रिकॉर्ड गिरावट-लॉकडाउन में सख्ती थी जिसकी वजह से इंडस्ट्रियल गतिविधियां लगभग ठप पड़ी थीं. इस वजह से अप्रैल महीने के दौरान भारत की मैन्युफक्चरिंग गतिविधि रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गई. सोमवार को जारी निक्केई आईएचएस मार्किट सर्वे में यह बात सामने आई है.
अप्रैल महीने के लिए आईएचएस मार्किट द्वारा जारी परचेजिंग मैनेजर इंडेक्स (पीएमआई) लुढ़ककर महज 27.4 रह गया. आईएचएस मार्किट हर महीने मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर के आंकड़े जारी करता है. इस सूचकांक का 50 से ऊपर रहना वृद्धि और इससे नीचे रहना गिरावट को दर्शाता है, जबकि 50 पर होना स्थिरता दिखाता है. यानी मैन्युफैक्चरिंग गतिविधि में भारी गिरावट आई है.
अप्रैल महीने के लिए आईएचएस मार्किट द्वारा जारी परचेजिंग मैनेजर इंडेक्स (पीएमआई) लुढ़ककर महज 27.4 रह गया. आईएचएस मार्किट हर महीने मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर के आंकड़े जारी करता है. इस सूचकांक का 50 से ऊपर रहना वृद्धि और इससे नीचे रहना गिरावट को दर्शाता है, जबकि 50 पर होना स्थिरता दिखाता है. यानी मैन्युफैक्चरिंग गतिविधि में भारी गिरावट आई है.

0 Comments