वर्ल्ड कप में चयन बना 'खेल', अब बोले- हार्दिक पंड्या के बारे में सोचकर ही...
वर्ल्ड कप के दौरान चोट लगने के कारण बाहर होने के बाद आज तक इस ऑलराउंडर को टीम इंडिया में जगह नहीं मिली है. यहां तक हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) के चोटिल होने के बावजूद भी टीम में शिवम दुबे को शामिल किया गया

नई दिल्ली. ऑलराउंडर में मौजूदा समय में टीम इंडिया (Team India) की पहली पसंद हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) हैं और ऑलराउंडर विजय शंकर (Vijay Shankar) इस बारे में ज्यादा नहीं सोचना चाहते कि वे टीम की पहली पसंद नहीं हैं. विजय शंकर का मानना है कि वो हार्दिक पंड्या से तुलना के बारे में सोचकर ही समय बर्बाद नहीं करना चाहते, बल्कि पूरा ध्यान अच्छा प्रदर्शन करके दौड़ में बने रहने पर रखना चाहते हैं.
विजय शंकर भारत की विश्व कप टीम का हिस्सा थे और वर्ल्ड कप में उनका चयन एक तरह से खेल बन के रह गया था. दरअसल वर्ल्ड कप (World Cup) के दौरान पैर के अंगूठे की चोट के कारण पूरा टूर्नामेंट नहीं खेल सके थे. उनकी उस चोट पर भी सवाल उठाए थे. वहीं उनकी जगह पर अंबाती रायडू को न चुने जाने वैसे ही चयनकर्ताओं को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था. वर्ल्ड कप से बाहर होने के बाद विजय शंकर अभी तक टीम में वापसी ही नहीं कर पाए. उस समय भी नहीं, जब हार्दिक पंड्या चोटिल थे. सीमित ओवर में चोटिल पंड्या की जगह शिवम दुबे ने ली. अब पंड्या फिट होकर टीम में वापसी के लिए तैयार हैं.
एस्ट्रोटर्फ होने के बावजूद नहीं कर पा रहे अभ्यास
विजय ने एक इंटरव्यू में कहा कि यदि मुझ पर इसका फर्क पड़ने लगा तो मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकूंगा. मेरा फोकस सिर्फ अपने मैच और प्रदर्शन पर होना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं अच्छा खेलूंगा तो लोग मेरे बारे में बात करेंगे. मैं भारतीय टीम में चुना जाऊंगा. मैं इस बारे में ही सोचता नहीं रहूंगा कि दूसरे खिलाड़ी क्या कर रहे हैं.
तमिलनाडु के इस क्रिकेटर ने कहा कि मैं लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना चाहता हूं. अच्छा प्रदर्शन करने पर ही यह संभव हो सकेगा.
विजय ने घर की छत पर एस्ट्रोटर्फ विकेट लगा रखी है, मगर वो इसके बावजूद अभ्यास नहीं कर पा रहे. उन्होंने कहा कि आम तौर पर मैं गेंद या थ्रोडाउन डालने के लिए दो या तीन लोगों को बुलाता हूं. लॉकडाउन (Lockdown) के कारण मैं ऐसा नहीं कर पा रहा. शायद अब अभ्यास शुरू कर सकूं.
विजय शंकर भारत की विश्व कप टीम का हिस्सा थे और वर्ल्ड कप में उनका चयन एक तरह से खेल बन के रह गया था. दरअसल वर्ल्ड कप (World Cup) के दौरान पैर के अंगूठे की चोट के कारण पूरा टूर्नामेंट नहीं खेल सके थे. उनकी उस चोट पर भी सवाल उठाए थे. वहीं उनकी जगह पर अंबाती रायडू को न चुने जाने वैसे ही चयनकर्ताओं को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था. वर्ल्ड कप से बाहर होने के बाद विजय शंकर अभी तक टीम में वापसी ही नहीं कर पाए. उस समय भी नहीं, जब हार्दिक पंड्या चोटिल थे. सीमित ओवर में चोटिल पंड्या की जगह शिवम दुबे ने ली. अब पंड्या फिट होकर टीम में वापसी के लिए तैयार हैं.
एस्ट्रोटर्फ होने के बावजूद नहीं कर पा रहे अभ्यास
विजय ने एक इंटरव्यू में कहा कि यदि मुझ पर इसका फर्क पड़ने लगा तो मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकूंगा. मेरा फोकस सिर्फ अपने मैच और प्रदर्शन पर होना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं अच्छा खेलूंगा तो लोग मेरे बारे में बात करेंगे. मैं भारतीय टीम में चुना जाऊंगा. मैं इस बारे में ही सोचता नहीं रहूंगा कि दूसरे खिलाड़ी क्या कर रहे हैं.
तमिलनाडु के इस क्रिकेटर ने कहा कि मैं लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना चाहता हूं. अच्छा प्रदर्शन करने पर ही यह संभव हो सकेगा.
विजय ने घर की छत पर एस्ट्रोटर्फ विकेट लगा रखी है, मगर वो इसके बावजूद अभ्यास नहीं कर पा रहे. उन्होंने कहा कि आम तौर पर मैं गेंद या थ्रोडाउन डालने के लिए दो या तीन लोगों को बुलाता हूं. लॉकडाउन (Lockdown) के कारण मैं ऐसा नहीं कर पा रहा. शायद अब अभ्यास शुरू कर सकूं.
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